5 Simple Statements About sidh kunjika Explained
5 Simple Statements About sidh kunjika Explained
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नमस्ते रुद्ररूपिण्यै नमस्ते मधुमर्दिनि ।
मां भगवती के इस पाठ को करने की विधि है उसका पालन जरूर करें. आइए जानते हैं सिद्ध कुंजिका पाठ की विधि और लाभ.
नवरात्रि में देवी को प्रसन्न करने के लिए इसका पाठ करें. जानते हैं सिद्ध कुंजिका पाठ की विधि और लाभ.
अभक्ते नैव दातव्यं गोपितं रक्ष पार्वति।।
यस्तु कुञ्जिकया देवि हीनां सप्तशतीं पठेत् ।
देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति द्वितीयोऽध्यायः
श्री अन्नपूर्णा अष्टोत्तरशत नाम्स्तोत्रम्
श्री महिषासुर मर्दिनी स्तोत्रम् (अयिगिरि नंदिनि)
मम सर्वाभीष्टसिद्ध्यर्थे जपे विनियोगः ।
श्री प्रत्यंगिर अष्टोत्तर शत नामावलि
क्रां क्रीं क्रूं कालिका देवि शां शीं शूं मे more info शुभं कुरु ।।
श्री दुर्गा अष्टोत्तर शत नाम स्तोत्रम्
दकारादि दुर्गा अष्टोत्तर शत नामावलि
जाग्रतं हि महादेवि जपं सिद्धं कुरुष्व मे ॥ ७ ॥